दिसम्बर 21, 2024

प्रभात जयसूर्या ऐतिहासिक रिकॉर्ड के करीब

प्रभात जयसूर्या

प्रभात जयसूर्या

प्रभात जयसूर्या, श्रीलंका के बाएं हाथ के स्पिनर, टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ 100 विकेट लेने के रिकॉर्ड को तोड़ने के कगार पर हैं, जो 1896 से इंग्लैंड के जॉर्ज लोहमैन के नाम है। जयसूर्या ने हाल ही में गाले में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन पारियों में 15 विकेट लिए, जिससे श्रीलंका श्रृंखला जीतने के करीब पहुंच गया। वर्तमान में जयसूर्या के नाम 95 टेस्ट विकेट हैं और वह इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए केवल पांच विकेट दूर हैं, जो उन्हें आधुनिक क्रिकेट के शीर्ष गेंदबाजों में से एक बना रहा है।

जयसूर्या का ऐतिहासिक रिकॉर्ड के करीब पहुंचना

128 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने की दहलीज पर

प्रभात जयसूर्या 100 टेस्ट विकेट सबसे तेज़ लेने के रिकॉर्ड से केवल पांच विकेट दूर हैं। गाले में न्यूजीलैंड के खिलाफ उनके शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन ने उन्हें क्रिकेट के सबसे लंबे समय से चले आ रहे रिकॉर्ड में से एक को चुनौती देने के करीब ला दिया है।

स्पिन से न्यूजीलैंड को मात देना

गाले में अजेय

गाले के दूसरे टेस्ट में जयसूर्या का प्रभाव निर्णायक रहा। उन्होंने न्यूजीलैंड को केवल 88 रनों पर समेटने में अहम भूमिका निभाई और श्रीलंका को 514 रन की बड़ी बढ़त दिलाने में मदद की। उनकी लगातार विकेट लेने की क्षमता ने न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिए कठिनाई पैदा की है और श्रीलंका की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

प्रभात जयसूर्या के प्रमुख रिकॉर्ड

टेस्ट क्रिकेट में तेजी से उभरता सितारा

जयसूर्या ने अपने टेस्ट करियर में पहले ही कई रिकॉर्ड बनाए हैं। उन्होंने डेब्यू मैच में श्रीलंका के किसी भी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (12/177) किया और वह 50 टेस्ट विकेट सबसे तेज़ लेने वाले स्पिनर बने, यह उपलब्धि उन्होंने केवल सात मैचों में हासिल की। इसके अलावा, उन्होंने अपने पहले 10 टेस्ट मैचों में किसी भी स्पिनर से अधिक विकेट (67) लिए हैं, जो उन्हें दुनिया के सबसे सफल शुरुआती टेस्ट गेंदबाजों में से एक बनाता है।

आगे की चुनौतियाँ: कीर्तिमान पूरा करना

ऐतिहासिक क्षण का दबाव

लोहमैन के रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए, जयसूर्या को न्यूजीलैंड की फॉलो-ऑन पारी में बाकी सभी पांच विकेट लेने होंगे। हालांकि यह चुनौतीपूर्ण है, लेकिन जयसूर्या की फॉर्म और गाले की पिच की स्थिति उनके पक्ष में है। उनके प्रदर्शन ने दबाव के क्षणों में उनकी ताकत और कौशल को साबित किया है।

भविष्य की संभावनाएँ

टेस्ट क्रिकेट में निरंतर दबदबा

जयसूर्या का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उदय श्रीलंका के स्पिन गेंदबाजी की समृद्ध परंपरा को दर्शाता है। जैसा कि वह एक ऐतिहासिक उपलब्धि के करीब पहुंच रहे हैं, उनका भविष्य और भी उज्जवल दिख रहा है, और वह आने वाले वर्षों में श्रीलंका के गेंदबाजी आक्रमण का एक अहम हिस्सा बने रहेंगे। चाहे वह इस रिकॉर्ड को हासिल करें या नहीं, जयसूर्या पहले ही आधुनिक क्रिकेट के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित हो चुके हैं।

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