Payoneer की भारतीय आईटी कंपनी Tech Mahindra के crowdsourcing प्लेटफ़ॉर्म Populii के साथ साझेदारी
Payoneer ने भारतीय आईटी कंपनी Tech Mahindra के crowdsourcing प्लेटफ़ॉर्म Populii के साथ साझेदारी की है, ताकि भुगतान क्षमताओं को अनुकूलित किया जा सके। यह साझेदारी अंतर्राष्ट्रीय गिग कामगारों को उनकी सेवाओं के लिए आसान और तेज़ भुगतान प्राप्त करने में मदद करेगी। Payoneer की क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट तकनीक Populii के उपयोगकर्ताओं को बहु-मुद्रा विकल्पों के साथ भुगतान ट्रैक करने की सुविधा प्रदान करती है। एक Nasscom रिपोर्ट के अनुसार, भारत में गिग वर्कफोर्स तेजी से बढ़ रही है और 2030 तक यह 23.5 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। यह सहयोग अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सरल बनाने के लिए एक बड़ा कदम है।
Payoneer और Tech Mahindra के बीच सहयोग
Fintech दिग्गज Payoneer और Tech Mahindra ने एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
Payoneer ने Tech Mahindra के crowdsourcing प्लेटफ़ॉर्म Populii के साथ अपने क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट सिस्टम को एकीकृत किया है। यह साझेदारी gig workers को आसान और समय पर भुगतान प्राप्त करने में सहायता करेगी, जिससे उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय भुगतान और भी सुलभ हो जाएंगे।
Populii उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर भुगतान अनुभव
Gig workers को भुगतान ट्रैक करने और समय पर प्राप्त करने की सुविधा।
Payoneer की नई प्रणाली Populii के उपयोगकर्ताओं को उनके कार्य समाप्ति के बाद सुरक्षित और तेज़ अंतर्राष्ट्रीय भुगतान प्रदान करेगी। इसके साथ ही, वे कई मुद्राओं में भुगतान कर सकेंगे, जिससे उनका समग्र अनुभव बेहतर होगा।
Tech Mahindra की व्यावसायिक प्रक्रिया सेवाओं के अध्यक्ष का वक्तव्य
Payoneer की तकनीक से भुगतान प्रक्रिया में बदलाव।
Tech Mahindra के बिज़नेस प्रोसेस सर्विसेज़ के अध्यक्ष, बिरेन्द्र सेन ने कहा कि Payoneer के भुगतान सिस्टम की सहायता से Populii समुदाय को एक तयशुदा समय पर भुगतान किया जाएगा, जिससे अंतर्राष्ट्रीय लेन-देन में विश्वसनीयता और गति बढ़ेगी।
Populii: एक अग्रणी crowdsourcing प्लेटफ़ॉर्म
गिग कामगारों के लिए अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं में सहयोग का मंच।
Populii एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो gig workers को शीर्ष कंपनियों के साथ ऑनलाइन परियोजनाओं के माध्यम से जोड़ता है। ये परियोजनाएं मानव-इन-द-लूप सेवाओं की मांग करती हैं, जिससे गिग कामगारों को घर बैठे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करने का मौका मिलता है।
गिग अर्थव्यवस्था का उज्ज्वल भविष्य
भारत की gig वर्कफोर्स का तेज़ी से विस्तार।
Payoneer के भारत के उपाध्यक्ष, गौरव शिसोदिया ने Nasscom की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि भारत की gig वर्कफोर्स 2030 तक 23.5 मिलियन तक पहुंचने की संभावना है। यह विकास अंतर्राष्ट्रीय कामगारों के लिए बड़े अवसर उत्पन्न करेगा।
Payoneer की बहु-मुद्रा प्लेटफ़ॉर्म
वैश्विक स्तर पर 11 से अधिक प्रमुख मुद्राओं का समर्थन।
Payoneer का बहु-मुद्रा वित्तीय प्लेटफ़ॉर्म दुनिया भर के 190 से अधिक देशों और क्षेत्रों में काम करता है। यह प्लेटफ़ॉर्म gig workers को अलग-अलग मुद्राओं में भुगतान प्राप्त करने की सुविधा देता है, जिससे वे आसानी से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कर सकते हैं।